ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं- 5 TYPES OF STOCK MARKET TRADING IN HINDI

Blog का उद्देश्य

  शेयर बाज़ार में की जाने वाली विभिन्न प्रकार के ट्रेडिंग के बारे में जानें

BLOG से मिलने वाली सीख –

शेयर बाज़ार में की जाने वाली विभिन्न types of trading  निम्नलिखित है:

TYPES OF TRADING IN SHARE MARKET-

SHARE MARKET TACHNICAL ANALYSIS FREE COURSE CHAPTER 4

                               

                       दोस्तों अभी तक आपने SHARE MARKET के विभिन्न FACTORS व बारीकियों को समझ लिया है आज हम share market में TRADING TYPES को समझेंगे जिससे की हमें समझ में आए की हमारे लिए कोनसी TRADING सूटेबल है i 

  • स्कैल्पिंग ( scalping trading )
  • इंट्राडे ट्रेडिंग ( intraday trading )
  • स्विंग ट्रेडिंग  ( swing trading )
  • पोज़ीशनल ट्रेडिंग ( positional trading )
  • मीडियम और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग ( medium or long term trading )

5 TYPES OF TRADING

1. स्कैल्पिंग (Scalping)-

 

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग [ SCALPING TRADING ] करने का एक तरीका है, जिसमें ट्रेडर को स्टॉक के मूल्य में थोड़े से ही परिवर्तन से फायदा हो जाता है। स्कैल्पिंग में बड़े ट्रेड करने के के बजाय ढेर सारे छोटे -छोटे  ट्रेड किए जाते हैं।

 

स्कैल्पिंग को फास्ट ट्रेडिंग ( fast trading ) या हाई-फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग ( high frequency trading ) भी कहा जाता है क्योंकि स्कैल्पर्स आमतौर पर हर 15-20 सेकंड में स्टॉक (शेयर) खरीदते या बेचते हैं।

 

स्कैल्पिंग करते समय इन बातों पर ध्यान देना चाहिए:

 

स्कैल्पिंग करते समय बहुत सक्रिय रहें

केवल उन्हीं शेयर में ट्रेडिंग करें जो बहुत वोलेटाइल (अस्थिर) हैं

स्टॉक के मूवमेंट पर लगातार नज़र रखें

एक मिनट के भीतर ही ट्रेडिंग करने की कोशिश करें

25,000 – 50,000 रुपये के साथ ट्रेडिंग शुरू करें

स्कैल्पिंग में आपको केवल ट्रेडिंग के दिन ही पैसा मिलता है। इसलिए, निवेशकों (इंवेस्टर) के लिए स्कैल्पिंग करना सही नहीं है।

 

2. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)-

 

इंट्राडे ट्रेडिंग ( intraday trading ) में एक ही दिन में शेयर को खरीदा और बेचा जाता है।

 

इसका मतलब है कि इसमें ट्रेडर सुबह 9:15 बजे (बाजार खुलने का समय) और दोपहर 3:30 बजे (बाजार बंद होने का समय) के बीच शेयर खरीदते और बेचते हैं।

 

उदाहरण के लिए, आप  सुबह 10:00 बजे 100 रुपये का एक शेयर खरीदते हैं और इसे 110 रुपए में उसी दिन दोपहर 03:00 बजे बेच देते हैं। इस तरह आपको 10 रुपए का फायदा हुआ।

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • ज्यादा फायदे के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग “सिस्टमेटिकली” करें
  • वोलेटाइल या मूविंग स्टॉक चुनें
  • इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए BB (बोलिंगर बैंड) और ATR (एवरेज ट्रू रेंज) पैटर्न का उपयोग करें
  • इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए 5 मिनट से 6 घंटे का समय दें
  • ज्यादा  पैसा कमाने के लिए 1-2 लाख रुपये का निवेश करें (हालांकि, आपको अपनी क्षमता के अनुसार ही पैसा निवेश करना चाहिए)
  • स्टॉक के मूवमेंट पर लगातार नजर रखें

5 TYPES OF TRADING IN SHARE MARKET

3. स्विंग ट्रेडिंग ( SWING TRADING )-

 

यह ट्रेडिंग का एक तरीका  है जिसमें कुछ दिनों या हफ्तों के भीतर स्टॉक में निवेश करके मुनाफ़ा कमाया जाता है। आमतौर पर स्विंग ट्रेडर 5-7 दिनों के लिए स्टॉक होल्ड करके मुनाफा कमाते हैं।

 

स्विंग ट्रेडिंग करते समय आपको इन बातों का ख्याल रखना चाहिए:

 

खरीदने या बेचने का सही समय जानने के लिए स्टॉक के ऑवरली और डेली चार्ट पर नज़र बनाएं रखें

उन शेयर में निवेश करें जिनमें मोमेंटम हो, और इंस्टीट्यूशन का निवेश हो

RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स), S-R (सपोर्ट-रेजिस्टेंस) लेवल्स और कैंडलस्टिक्स पैटर्न का उपयोग करें

1 से 5 दिनों का लक्ष्य रखें

स्विंग ट्रेडिंग के लिए 2-5 लाख रुपये (अपनी क्षमता के अनुसार) निवेश करें

स्टॉक के मूवमेंट पर लगातार नजर न रखें

स्विंग ट्रेडिंग कर्मचारियों और व्यापारियों के लिए सही है।

 

4. पोज़ीशनल ट्रेडिंग ( POSITIONAL TRADING )-

 

यह एक ट्रेडिंग स्ट्रैटजी है जिसमे ट्रेडर शेयर बाजार में लंबे समय तक अपनी पोजीशन बनाए रखते हैं। यह समय 3 हफ्ते से 3 महीने तक का हो सकता है।

 

पोज़ीशनल  ट्रेडिंग करते समय ध्यान देने योग्य मुख्य बातें:

 

स्टॉक के वीकली/मंथली चार्ट की निगरानी करें

ट्रेंडिंग स्टॉक ही चुनें (यह सेक्टर पर निर्भर है)

स्टॉक के प्राइस एक्शन, RSI, TL-TC (ट्रेंड लाइन – ट्रेंड चार्ट), Fib (फिबोनैचि रिट्रेसमेंट), और वॉल्यूम को ट्रैक करते रहें

कम से कम 1 से 6 हफ्ते तक के लिए स्टॉक होल्ड करें

पोज़िशनल  ट्रेडिंग के लिए 5-10 लाख (अपनी क्षमता के अनुसार) रुपये का निवेश करें 

पोज़ीशनल ट्रेडिंग व्यस्त लोगों, कर्मचारियों, और व्यापारियों के लिए सही है।

 

  1. मीडियम और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग ( MEDIUM OR LONG TERM TRADING )-

 

मीडियम टर्म ट्रेडिंग में ट्रेडर अपने स्टॉक को 3-9 महीने के लिए होल्ड रखते हैं। लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में, ट्रेडर्स सालों तक अपना स्टॉक होल्ड रखते हैं। इसे पैसिव ट्रेडिंग भी कहा जाता है। मीडियम या लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने वाले लोगों को निवेशक कहा जाता है।

 

मीडियम या लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

 

 

 

शेयर में निवेश करने के लिए मंथली सपोर्ट /ब्रेकआउट का पालन करें

स्टॉक को 6 महीने से 2 साल तक के लिए होल्ड करें

अपनी क्षमता के अनुसार पैसा निवेश करें

स्टॉक की मूवमेंट पर नजर न रखें

इस प्रकार की ट्रेडिंग सभी के लिए सही है।

 

 CONCLUSION-BLOG से निकलने वाले परिणाम-

 

स्कैल्पिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए वोलेटाइल स्टॉक चुनें

यदि आप एक स्कैल्पर या इंट्राडे ट्रेडर हैं तो शेयर के मूवमेंट पर लगातार नजर रखें

अगर आप स्विंग ट्रेडर हैं तो 1-5 दिनों के लिए स्टॉक होल्ड करें

यदि आप एक व्यापारी या कर्मचारी हैं तो पोज़ीशनल/लॉन्ग-टर्म ट्रेडिंग करें

स्विंग/पोज़ीशनल ट्रेडिंग के लिए RSI, S-R लेवल का उपयोग करें

 

Q&A

QUES 1. ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती?

ANS-  दोस्तों मूलतः ट्रेडिंग के 5 प्रकार होते हैं जो की क्रमशः निम्नलिखित हैं –स्कैल्पिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग , स्विंग ट्रेडिंग , पोज़ीशनल ट्रेडिंग, मीडियम और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग i 

 

QUES 2. सबसे अच्छी ट्रेडिंग कौन सी है?

ANS- दोस्तों हमारी जानकारी , हमारे पास कितना समय और पैसा है , हम कितना जोखिम [ रिस्क ] ले सकते हैं ,इन सब की गणना के बाद ही ये पता किया जाता सकता है की हमारे लिए कोंसी ट्रेडिंग सबसे अच्छी है i जिसके अंदाजा आप ऊपर blog को पढ़कर आप लगा सकते है iii  

QUES 3. ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है?

ANS-  दोस्तों option ट्रेडिंग के लिए आ[पके पास ट्रेडिंग account होना जरुरी है ,इसके साथ साथ आपको स्टॉक्स की सारी जानकारी जो हमने ऊपर बताया है ,होनी चाहिए i  

QUES 4. ई ट्रेडिंग क्या होता है?

ANS – दोस्तों E – TRADING, online TRADING ही है , जैसे की आप किसी DIMAT account और TRADING account ओपन करके अपने मोबाइल या PC से ही online ट्रेडिंग करते हो i 

QUES 5. निफ्टी में ट्रेड कैसे करें?

ANS – दोस्तों NSE [ national stock exchange ] का 50 % कारोबार nifty में है ,आपको nifty में ट्रैड करने के लिए nifty 50 की कोई भी stock research के बाद ट्रेडिंग कर सकते हो i 

QUES 6. ट्रेडिंग को कैसे समझें?

ANS – दोस्तों लोग जितना आसन समझते है , असल में ट्रेडिंग उससे ज्यादा आसान है , परन्तु अच्छे से सीखने के बाद , ट्रेडिंग को समझाने के लिए हमने आप लोगों के लिए moneycontoler.COM पर share market free course ले कर आए है , जिसे आप लोग ध्यान पूर्वक पढ़ें और समझे व हमारे द्वारा बताई गई MASSIVE ACTION PLAN को कम्पलीट करें जिससे आप एक परफेक्ट ट्रेडर बन सकते हो i 

 

दोस्तों हम आप लोगों के लिए  SHARE MARKET , TECHNICLE ANALYSIS , MUTUAL FUND ,स्वयं की ग्रोथ एवं अपना व्यापार कैसे बड़ा करना है, सब जानकारी के लिए जो मूल मंत्र अति आवश्यक होते हैं वह लाते रहते हैं कृपया हमारी लेख को  लाइक एवं कमेंट करना ना भूलें औरदोस्तों को भी शेयर करें जिससे आपकी वैल्यू बढ़े , शेयर अवश्य करें धन्यवाद

       

         TEAM 

MONEYCONTRLER

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