सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की जीवनी !
AMITABH BACHCHAN BIOGRAPHY IN HINDI
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अमितात्ब बच्चन की जीवनी ,उम्र जन्मदिन,परिवार,संपत्ति,फिल्म,समाचार.
सदी के महानायक ,हिंदी सिनेमा के BIG B ,शहंशाह के नाम से मशहूर ,हिंदी सिनेमा में 4 दशक से ज्यादा का समय बिताने बाले जिसे लोग प्यार से ‘’’ ANGRY YONG MAN ‘’’के नाम से पहचान बनाए बाले AMITABH BACHCHAN जी को लोग BOLLYWOOD KA GRENDFATHER भी कहते है .
सदी के इस महानायक ने राजनीती म भी अपनी किश्मत आजमाई और थी वे राजीव
गाँधी के करीबी दोस्त थे इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया था और देश के आठवे आम चुनाव में इलाहबाद के महान नेता H N BAHUGUNA को हराकर राजनीती में प्रवेश किये परन्तु ,राजनीती उनके लिए नही बनी थी और वे बुरी तरह FLOP हो कर मात्र 3 साल में ही त्यागपत्र दे क्र राजनीती से दूर हो गए थे .
AMITABH BACHCHAN जीवनी –
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अमिताभ जी का जन्म 11 अक्टूबर सन 1942 को इलाहबाद प्रयागराज में हुआ था .इनके पिताजी का नाम हरिवंश राय बच्चन था जो कि सुप्रसिध्य लेखक थे .इनकी माताजी का नाम तेजी बच्चन है जो की पाकिस्तान के कराची शहर से थी ,जो की अब पाकिस्तान में है .
अमिताभ जी कम शुरू में पिताजी के द्वारा इन्कलाब रखा गया था ,जो की उस समय स्वतंत्रता आन्दोलन में काफी प्रसिद्ध नाम था .परन्तु हरिवंश जी के दोस्त व् प्रसिध्य कवी श्री सुमित्रा नंदन पन्त जी के द्वारा इन्हें अमिताभ नाम दिया गया ,अमिताभ का अर्थ होता है ‘‘शाश्वत प्रकाश’’.
अमिताभ जी ,हरिवंश राय जी के दो बेटों में से सबसे बड़े बेटे है.अमिताभ जी के भाई का नाम अजिताभ है.इनकी माता तेजी बच्चा को फिमों से काफी लगाव था ,उन्हें फिमों की प्रस्तुति के लिए आमंत्रित भी किया गया था परन्तु उन्होंने गृहणी बनना पसंद किया ,ऐसा कहा जाता है की फ़िल्मी क्षेत्र में अमिताभ जी का करियर बनाने के लिए उनके माताजी ने ही उन्हें प्रेरित किया था .
EDUCATION शिक्षा –
अमिताभ जी ने बोयज हाई स्कूल इलाहबाद से अपनी प्राथमिक व् स्कूली शिक्षा प्राप्त की ,इन्होने इलाहबाद के ज्ञान प्रबोधिनी कालेज से दो बार MA की डिग्री प्राप्त की इसके बाद इन्होने नैनीताल के शेरवुड कालेज से भी अध्ययन किया और विज्ञानं में स्नातक के लिए दिल्ली के किरोड़ीमल कालेज में अध्ययन ले क्र विज्ञानं से स्नातक की डिग्री ली .
शादी –
अमिताभ बबच्चन ने अपनी बोलीवुड में आने के बाद 3 जून सन 1973 को अभिनेत्री जया बच्चन के साथ शादी हुई .एवम इनके 2 बच्चे है जिनका नाम बड़ी बेटी श्वेता बच्चन व् बीटा श्री अभिषेक बच्चन है ,अपने बेटे की शादी इन्होने मिस इंडिया का ख़िताब जितने बलि व् अभिनेत्री एश्वर्या राय से किया तथा पोती का नाम आराध्या बच्चन है .
AMITABH BACHCHAN GIRLFRIEND –
दोस्तों बोलिबुद में शुरू से इनकी आवाज व् एक्टिंग से लोग न सिर्फ परदे में बल्कि परदे के भीतर भी इनके काफी चाहने बाले थे .जिनमे सबसे पहला नाम अभिनेत्री परबीन बाबी के साथ अफेयर काफी दिन चलने के बाद दूसरा नाम आता है जीनत अमान का और सबसे ज्यादा व् सबसे चर्चित नाम है रेखा,दोस्तों रेखा जी ने अमिताभ जी के प्यार के बाद कंही शादी ही नही किये ,उस समय इन दोनों का प्रेमप्रसंग काफी सैलून तक मशहूर था .
CARRIOR फ़िल्मी कर्रियर –
अमिताभ जी ने फिल्मों में अपनी कैरियर की शुरुवात अहमद अब्बास जी के निर्द्व्शन में बन इ फिल्म सात हिन्दुस्तानी के सैट कलाकार में से एक के रूप में किया था .इस फिल्म में कमी नही कर पाई परन्तु बच्चन सग्हब ने अपनी पहली फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्व्श्रेस्थ नवागंतुक का अवार्ड हासिल किया .इस सफल व्यावसायिक फिल्म के बाद उनकी एक और आनंद नमक फिल्म आई ,जिसमें बच्चन जी उस समय के लोक्प्रिय कालाकर राजेश खन्ना जी के साथ कम किया जिसमें उन्होंने एक डॉ की भूमिका निभाकर कैंसर के एक रोगी का उपचार किया जिसमे उनके पास जीवन के प्रति बेबकूफी और देश की वास्तविकता के प्रति उनके द्रश्तिकरण अपने प्रदर्शन के लिए सर्व्श्रेसठ सहायक कलाकार का फिल्मफेयर का पुरस्कार जीता .
दोस्तों इसी प्रकार बच्चन जी ने अभी तक लगभग 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके है ,जिसकी वजह से उन्हें बोलिबुड का GRANDFATHER भी कहते है .
कुली की शूटिंग के दौरान चोट –
दोस्तों अमिताभ जी का फ़िल्मी करियर अपनी पीक पर था , उनकी फ़िल्में अच्छी कमाई क्र रही थी की अचानक 26 जुलाई सन 1982 को कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें गंभीर चोट लग गई .दरअसल फिल्म के एक एक्सन में अभिनेता पुनीत इस्सर के द्वारा अमिताभ को मुक्का मरना था और उन्हें मेज से टकराकर जमीं में गिरना था परन्तु मेज का कोना उनकी अंत में .लग गया था जिसकी वजह से काफी खून बह गया था और स्थिति इतनी गंभीर थी की लगने लगा था की बो मौत के मुंह में जा चुके है ,परन्तु उनके करोडो चाहने वालों ने मिन्नतें मांगी,पूजा किया और लोगों की दुआओं की वजह से वो मौत के मुंह से बाहर आ गए .और कुव्ह महीनों के बाद ठीक हो गए .
POLITICS राजनीती में प्रवेश –
कुली में लगी चोट के कारण उन्होंने राजनीती में पैर जमाना चाह .उन्होंने उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को 8 वें लोकसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र इलाहबाद की सीट से H N BAHUGUNA जी को काफी वोटों से हराया .
राजनीती में अमित्ताभ जी ज्यादा दिन तक नही चल पे और उन्होंने फ़िल्मी दुनिया को ही अपना कैर्रियर समझा .
ABCL जब अमिताभ जी दिवालिया हुए –
अमिताभ जी ने एक कंपनी खोली जिसमे फिल्म प्रोदुतिओं से ले क्र बड़े बड़े इवेंट मेनेजमेंट का का शामिल था .यह कंपनी शुरुवाती दिनों में कुछ पैसे कमी परन्तु यह बुरी तरह फ़ैल साबित हुई जिसमे अमिताभ जी की पूरी जिन्दगी का सारा पैसा लग गया .उन्होंने काफी लोगों से उधर लेकर भी कंपनी को बचाना चाह परन्तु कंपनी इतनी बुरी तरह से बर्बाद हुई जिसके कारण अमिताभ जी के पास खुद के खर्चे के लिए भी पैसे नही थे और न ही बो कंपनी में कम कर रहे मजदूरों का वेतन दे पे और अमिताभ जी दिवालिया हो गए .
जया जी का राजनीती में प्रवेश –
ABCL में दिवालिया हुए अमिताभ जी का साथ देने के लिए उनके मित्र समाजवादी पार्टी के नेता अमरसिंह ने आर्थिक संकट के समय में मदद किया .इसके बाद अमिताभ जी ने भी अमरसिंह की राजनितिक पार्टी समाजवादी को सहयोग देना शुरू क्र दिया .
जया बच्चन ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन क्र ली और राज्यसभा की सदस्य बन गई ,बच्चन जी ने पार्टी का सहयोग देना जरी रखा जिसमे प्रचार प्रसार आदि शामिल थे .
Bounce back इन BOLLYWOOD फ़िल्मी दुनिया में वापसी –
अपनी बर्बाद हुए कैर्रियर के बाद अमिताभ जी ने फिर से वापसी की और फिल्म ‘शहंशाह ‘हित हुई .इसके बाद उनके अग्निपथ में निभाए गए अभिनय को भी काफी सराहना मिली और उन्हें राष्टीय पुरस्कार भी मिला .
2000 में आई फिल्म मोहब्बतें उनके डूबता कार्रियर को बचने में कामयाब हुई और फिल्म में उनके द्वारा की गई अभिनय को काफी सराहा गया .इसके बाद इन्होने कई फिमों में काम किया जिसे दर्शकों के साथ साथ उनके आलोचकों ने भी काफी सराहा.
SOCIAl service बच्चन जी के सामाजिक कार्य –
अमिताभ बच्चन जी समाज के लिए हमेशा आगे रहते है ,उन्होंने कर्ज में दबे आँध्रप्रदेश के 40 किसानो को 11 लाख रुपया दान किया था .
विदर्भ के किसानों को भी 30 लाख का सहयोग दिया .
अमिताभ जी पोलियो जागरूकता अभियान प्रचार के लिए एक भी रुपया नही लिया ,और भी समाज के बहुत से कम, है जिन्हें अमिताभ जी फ्री में अपना सहयोग देत्ये आए है I
विनम्रता ही व्यक्ति ही व्यक्ति को ‘बिग’ से ‘ग्रेट’ बनाती है
द्वारा मैनेजमेंट गुरु दैनिक भास्कर
इस शनिवार को हनुमान जी’ सोफा सेट उठाते दिखे। चूंकि शुक्रवार रात को भारी बारिश हुई थी, ऐसे में वह मैदान में रामलीला देखने आ रहे भक्तों के बैठने की व्यवस्था में व्यस्त थे, मप्र के उज्जैन में संस्कार मंच ने आठ दिवसीय रामलीला का आयोजन किया। कुछ घंटों बाद वही शख्स लक्ष्मण की जान बचाने के लिए पूरा का पूरा पर्वत उठाते हुए दिख रहे थे। अंतर सिर्फ इतना था कि सोफा उठाने के दौरान वह अपनी हनुमान वाली वेशभूषा में नहीं थे। ऐसा सिर्फ हनुमान जी के साथ नहीं था, रामायण के चरित्रों की भूमिका निभा रहे सारे कलाकार फिर चाहे राम, विभीषण, लक्ष्मण या खुद रावण में भी ये भाव नहीं था कि वे कलाकार हैं।
कोई महाराज फर्श साफ कर रहा था, कुछ लोग स्टेज पोंछ रहे थे तो कुछ लोग मंचन के लिए रखे प्रॉप्स
जैसे पर्वत या बगीचे से धूल झाड़ रहे थे। वे नाट्य दल के बाकी सामान्य कर्मचारियों की तरह काम कर रहे थे और उस रात मंचन देखने आने वाले भक्तों की सुविधाओं के प्रबंध में लगे थे। उनकी विनम्रता, जिनमें ये श्रेष्ठता का भाव ही नहीं था कि वे राम या हनुमान हैं, ये देखकर मैंने दूर से ही सिर झुका लिया। आज उज्जैन में प्रधानमंत्री शिव महिमा का बखान करते ‘महाकाल लोक’ को देश के नाम समर्पित करेंगे, उनके दौरे से दो दिन पहले मैं उज्जैन गया था।
इन कलाकारों की सादगी – जमीन से जुड़ा रवैया देखकर मुझे एक और कलाकार की याद आ गई, संयोग से आज उनका जन्मदिन है।
हां, आपने सही पहचाना- अमिताभ बच्चन आज 81 के हो गए।
पांच दशक लंबे करियर में मेगास्टार अमिताभ कई उतार-चढ़ाव से गुजरे। वह अभी भी हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े अभिनेताओं में गिने जाते हैं। जिस शख्स ने शहंशाह, शोले, अग्नीपथ, पा जैसी कई क्लासिक और यादगार फिल्में दी, वो जानता था कि स्टार चुप बैठने के लिए नहीं बने होते, जबकि उनकी पत्नी केबीसी के शो में उनसे ऐसा करने के लिए कह चुकी थीं। हममें से ज्यादातर लोग सफलता इस आधार पर आंकते हैं कि उस आदमी ड्राइवर बिना कोई हॉर्न दिए चुपचाप गाड़ी या उनका क्या स्टारडम है।
का करियर कितने दशक का रहा। बेशक अमिताभ उसमें भी आगे हैं। पर मैं ये कभी नहीं भूल सकता कि कैसे उन्होंने उन हालातों को संभाला था, जब काम में उनकी आलोचना हुई थी ! मैं AMITABH BACHCHAN की विनम्रता की पराकाष्ठा को कभी नहीं भूल सकता, जिसका सामना मुझसे एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार हुआ। AMITABH की सेक्रेटरी रोजी सिंह अमिताभ के घर ‘प्रतीक्षा’ के पास ही एक इमारत में रहती थीं, मैं नरीमन पॉइंट से लौटते हुए अमूमन रोज ही उस इमारत में जाता था। जब मैं इमारत से उतरकर वापस अपनी कार में बैठता, तो
हमेशा देखता कि एक बड़ी-सी लिमोजीन रोज़ी को छोड़ने के लिए आ रही है। यह हर दिन का दृश्य था,
ड्राइवर बिना कोई हॉर्न दिए चुपचाप गाड़ी रोक देता, अपनी साइड से उतरता, दूसरी साइड जाता और रोज़ी के लिए दरवाजा खोलता। इसके बाद आराम से दरवाजा बंद करते वापस अपनी सीट पर जाकर बैठ जाता। अगर उसी समय मैं अपनी कार रिवर्स कर रहा होता तो वह शांति से इंतजार करता और अगर मैं इशारा करता कि इसमें कुछ सेकंड्स लग सकते हैं तो वह मुस्कुराकर इशारे में कहता कि आप अपना वक्त लें।’ वो इसलिए क्योंकि वो ड्राइवर और कोई नहीं बल्कि खुद अमिताभ बच्चन होते थे। दर्जनों ड्राइवर होने के बावजूद खुद अपनी सेक्रेटरी को छोड़ते हुए देखकर मुझे हमेशा आश्चर्य होता था। और ऐसा करते हुए उन्होंने हम जैसे आम लोगों को यह कभी नहीं दिखाया कि वह कौन हैं, या उनका क्या स्टारडम है।
फंडा यह है ‘बड़े लोग’ इसलिए ‘महान लोग’ बन जाते हैं क्योंकि वे अपनी पूरी जिंदगी विनम्र बने रहने के साथ जमीन से जुड़े रहते हैं
NETWORTH –
सन 2022 के अनुसार अमिताभ जी अपनी हर फिल्म के लिए 20 करोड़ रुपया फीस लेते है व् इनकी अनुमानित संपत्ति 1000 करोड़ रुपया है .
दोस्तों हम आप लोगों के लिए स्वयं की ग्रोथ एवं अपना व्यापार कैसे बड़ा करना है, सब जानकारी के लिए जो मूल मंत्र अति आवश्यक होते हैं वह लाते रहते हैं कृपया हमारी लेख को लाइक एवं कमेंट करना ना भूलें औरदोस्तों को भी शेयर करें जिससे आपकी वैल्यू बढ़े , शेयर अवश्य करें धन्यवाद
TEAM
MONEYCONTRLER