Blog का उद्देश्य-
स्टॉक मार्केट में उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के charts के बारे में जानें
SHARE MARKET TACHNICAL ANALYSIS FREE COURSE CHAPTER 5
Blog से मिलने वाली सीख-
दोस्तों आज की दौर में हर किसी को शौक होती है उसकी जरूरतें होती हैं की वह अधिक से अधिक आय प्राप्त करे और अपने सपनों को पूरा करे व फॅमिली की जरूरतों व ऐशोआराम की फिकर करें , इन सबके लिए हमें अधिक से अधिक पैसों की जरुरत होती है जो की सिर्फ active income से पर्याप्त नही होती इसीलिए काफी लोग share market में अपनी किस्मत आजमाने आते है , परन्तु लोगों को free में सही जानकारी नही मिल पाती इसी समस्या को ध्यान में RAKHTE HUE HAMNE LAYA HAI SHARE MARKET FREE COURSE SAMPURN GYAN
SHARE MARKET FREE COURSE में TYPES OF CHART व TYPES of price की सूक्ष्म जानकारी बता रहें है जिससे की आप share की price TRACK कर सको , साथ ही share market की दुनिया से अथाह धन कमाना सीख सको iii
1.TYPES OF PRICE -प्राइस (कीमत) के प्रकार-
शेयर बाज़ार (स्टॉक मार्केट) में चार प्रकार की प्राइस होती है
1.ओपनिंग (Opening ) –
यह वह प्राइस है जिस पर एक शेयर, स्टॉक मार्केट के खुलने पर (सुबह 9:15 बजे), सबसे पहले ट्रेड होता है !
2.हाई (High) –
यह एक ट्रेडिंग डे के दौरान किसी स्टॉक का सबसे अधिक प्राइस होता है।
3. लो (Low) –
यह एक ट्रेडिंग डे के दौरान किसी स्टॉक का सबसे कम प्राइस होता है।
1.क्लोजिंग (Closing)
यह किसी स्टॉक का फाइनल प्राइस होता है जिस पर एक ट्रेडिंग डे के दौरान उस स्टॉक का ट्रेड होता है। यह चारों प्राइस में से सबसे महत्वपूर्ण है।
2. TYPES OF CHART- चार्ट के प्रकार-
- लाइन चार्ट [ line chart ]-
एक लाइन चार्ट स्टॉक के क्लोजिंग प्राइस की दिशा दिखाता है
इस चार्ट में प्राइस लेवल होते हैं जो क्लोजिंग प्राइस के हाईएस्ट हाई (उच्चतम उच्च)और लोएस्ट लो (निम्नतम निम्न) दिखाते हैं।
2.बार चार्ट [ bar chart ]-
- यह चार्ट [ bar chart ] अब चलन में नहीं है और अब यह मुश्किल से ही इस्तेमाल किया जाता है i
- बार चार्ट [ bar chart ] एक निश्चित समय में स्टॉक की ओपनिंग, हाई, लो, और क्लोजिंग प्राइस को दर्शाता है।
- बार चार्ट की [ bar chart ] वर्टिकल लाइन हाई और लो प्राइस को दिखाती है।
- प्रत्येक प्राइस बार [ price bar ] पर बायीं और दायीं हॉरिजेंटल लाइन ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस को दिखाती है।
3. माउंटेन चार्ट [ mountain chart ]-
- माउंटेन चार्ट [ mountain chart ] एक लाइन चार्ट [line chart] की तरह होता है जिसमे (शैडो एरिया का उपयोग होता है।
- यह चार्ट प्राइस में उतार-चढ़ाव दिखाता है, जिससे यह एक पहाड़ का किनारा जैसा दिखता हैi
-
4.कैंडलस्टिक चार्ट [ candelastic chart ]-
- यह सबसे महत्वपूर्ण और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला चार्ट है।
- एक कैंडलस्टिक चार्ट [ candelastic chart ] एक निश्चित समय के भीतर स्टॉक के हाई, लो, ओपनिंग, और क्लोजिंग प्राइस के बीच के संबंध को दिखाता है।
- दूसरे शब्दों में, यह चार्ट [ chart ] एक निश्चित समय में स्टॉक के प्राइस मूवमेंट को दिखाता है।
- यदि क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से ऊपर है तो एक हरे (या सफेद) कैंडलस्टिक का निर्माण होता है। इसका मतलब है कि बाजार में तेजी है।
- यदि क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से नीचे है तो एक लाल (या काली) कैंडलस्टिक का निर्माण होता है इसका मतलब है कि बाजार में मंदी है।
- ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के बीच की जगह को “रियल बॉडी” कहा जाता है।
- ऊपर और नीचे से बाहर निकली हुई पतली लाइन को शैडो कहा जाता है।
- ऊपरी शैडो के सबसे ऊपरी भाग को “हाई” कहते हैं जबकि निचली शैडो के सबसे निचले भाग को “लो” कहते हैं।
- कैंडल के अलग-अलग पैटर्न होते हैं:
- लॉन्ग रियल बॉडी-
एक लंबे और हरे रियल बॉडी का मतलब है कि बाजार कम प्राइस पर खुलता है और ज्यादा प्राइस पर बंद होता है। यह बाज़ार में तेजी को दर्शाता है।
दूसरी ओर, एक लंबा और लाल रियल बॉडी बाज़ार में मंदी को दर्शाता है।
- बुलिश इंगल्फिंग पैटर्न-
इस पैटर्न में, एक छोटी और लाल कैंडलस्टिक एक बड़ी और हरी कैंडलस्टिक से घिरी होती है। यह एक डाउनट्रेंड के समय में होता है।
यह तब होता है जब खरीदारी (बाइंग) का दबाव बिकवाली (सेलिंग) के दबाव पर हावी हो जाता है।
बुलिश इंगल्फिंग पैटर्न एक बुलिश मार्केट आने का संकेत देता है।
- बेयरिश इंगल्फिंग पैटर्न-
इस कैंडलस्टिक पैटर्न में, पहली कैंडलस्टिक छोटी और हरी होती है जो एक बड़े लाल रंग के कैंडलस्टिक से घिरी होती है।
यह बाजार में मंदी का संकेत देता है।
3. TIME FRAIME CHART- टाइम फ्रेम चार्ट-
टाइम फ्रेम चार्ट chart तीन प्रकार के होते हैं:
- 1.मंथली (मासिक) चार्ट [ monthly chart ]-
- यह एक ट्रेडिंग चार्ट [ trading chart ] है जो लंबे समय के दौरान स्टॉक के प्राइस की मूवमेंट को दिखाता है।
मंथली चार्ट [ monthly chart ] अक्सर लॉन्ग टर्म निवेशकों/ट्रेडर द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
इस प्रकार के चार्ट [ chart ] में हर महीने एक कैंडलस्टिक बनती है। इससे आपको यह जानने में मदद मिलती है कि कोई महीना बुलिश था या बेयरिश।
एक मंथली चार्ट लॉन्ग टर्म के ट्रेंड को दर्शाता है।
- वीकली (साप्ताहिक) चार्ट [ weekly chart ]-
मीडियम टर्म के ट्रेडर इस चार्ट [ chart ] का इस्तेमाल करते हैं।
इस चार्ट में, प्रत्येक ट्रेडिंग डे (सोमवार-शुक्रवार) पर एक कैंडलस्टिक बनती है।
वीकली चार्ट [ weekly chart ] मीडियम टर्म के ट्रेंड को दिखाता है।
- डेली (रोज़ाना) चार्ट daily chart-
यह चार्ट एक ट्रेडिंग डे के दौरान स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव को दिखाता है।
यहां एक ट्रेडिंग डे के दौरान प्रत्येक हाई और लो पर एक कैंडलस्टिक बनती है।
एक डेली चार्ट [ daily chart ] शॉर्ट टर्म ट्रेंड [ short term trand ] को दिखाता है।
- ऑवर्ली (हर घंटे) चार्ट [ hourly chart ]-
इस प्रकार के चार्ट में हर घंटे एक कैंडलस्टिक बनती है।
आप इस चार्ट को कई वेबसाइट जैसे investing.com पर देख सकते हैं।
उपरोक्त चार्ट के अलावा, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स और स्कैलपर्स 15-मिनट और 5-मिनट के चार्ट का भी उपयोग करते हैं।
सरल शब्दों में, मंथली चार्ट [ monthly chart ] , वीकली चार्ट [ weekly chart ] और डेली चार्ट [ daily chart ] को “ग्रैंडफादर,” “फादर,” और “सन” के रूप में समझा जा सकता है। आप एक ही समय में तीनों चार्ट [ chart ] पर नज़र रख सकते हैं।
मंथली, वीकली, और डेली चार्ट को हायर टाइम फ्रेम चार्ट [ time frame chart ] कहा जाता है जबकि ऑवर्ली, 15-मिनट, और 5-मिनट के चार्ट को लोअर टाइम फ्रेम चार्ट कहा जाता है।
एक नए निवेशक को केवल मंथली, वीकली, और डेली चार्ट पर ही ध्यान देना चाहिए।
Conclusion- Blog से निकलने वाले परीणाम-
स्टॉक के मूवमेंट का विश्लेषण करने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट [ candlestick charts ] का उपयोग करें
लॉन्ग टर्म के निवेश के लिए मंथली/वीकली/डेली चार्ट का उपयोग करें
Q&A-
QUES 1. स्टॉक मार्केट में चार्ट [ charts type ] कितने प्रकार के होते हैं?
ANS – दोस्तों stock market में BASICALLY 4 प्रकार के चार्ट्स होते है , जिसे हमने ऊपर विस्तार से चित्र सहित समझाया है यदि आप share market में सफल होना चाहते है तो जरुर देखे पढ़े और सीख कर सफल हो जाए i
QUES 2. एक दिन पहले ही कैसे पता करें की किस शेयर का प्राइस ऊपर जा सकता है?
ANS – दोस्तों share की price एक दिन पहले से पता करने के लिए आपको चार्ट्स की जानकारी बहुत अच्छे से होनी चाहिए ,चार्ट ही एकमात्र रास्ता है की आप share की price को आसानी से ट्रैक क्र पाओगेi
QUES 3. शेयर मार्किट में चार्ट [ charts ] कैसे समझे?
ANS – दोस्तों चार्ट [ charts ] को समझने के लिए सभी प्रकार की चार्ट्स [ charts ] को ऊपर ध्यान से पढ़ें और फिर किसी एक विशेष company की share price को मिनट , घंटे , और महीने में देख देख कर समझने की कोशिश करें ,आप जितना ज्यादा चार्ट्स की एनालिसिस करेंगे उतना ही expert बनते जाएँगेi
QUES 4. टेक्निकल चार्ट [ technical charts ] कैसे देखें?
ANS – दोस्तों टेक्निकल चार्ट क्या है ,कैसे देखे सब कुछ बहुत आसानी से समझे हैं जरुर पढ़ें i
QUES 5. शेयर मार्केट कौन चलाता है?
ANS – दोस्तों share खरीदने और बेचने का कम ब्रोकर के द्वारा होती है ,यानिकी आम निवेशक और exchange के बिच ब्रोकर होते है i व share market को exchange की बोर्ड चलती है i
दोस्तों हम आप लोगों के लिए SHARE MARKET , TECHNICLE ANALYSIS , MUTUAL FUND ,स्वयं की ग्रोथ एवं अपना व्यापार कैसे बड़ा करना है, सब जानकारी के लिए जो मूल मंत्र अति आवश्यक होते हैं वह लाते रहते हैं कृपया हमारी लेख को लाइक एवं कमेंट करना ना भूलें औरदोस्तों को भी शेयर करें जिससे आपकी वैल्यू बढ़े , शेयर अवश्य करें धन्यवाद
TEAM
MONEYCONTRLER