टेक्निकल एनालिसिस क्या है ? Technical Analysis – A Beginner’s Complete Guide

BLOGS का उद्देश्य

TECHNICLE ANALYSIS COURSE INTRODUCTION 

Stock Market – Technical Analysis कोर्स का इंट्रोडक्शन व कैसे technicle analysis, investing और trading के ज़रिए BEGINNER को पैसा कमाने में मदद करेगा।

 

Blog से मिलने वाली प्रमुख सीख-

Share क्या होती है ?

SHAREHOLDER कोन  होते है ?

Company share market में क्यों लिस्ट होती है ?

Share में निवेश करके पैसे कैसे कमाए ?

TECHNICLE ANALYSIS free course के विभिन्न भाग [ चैप्टर ]

TECHNICLE ANALYSE INTRODUCTION

1. शेयर बाजार में उपयोग होने वाले बेसिक कॉन्सेप्ट-

 

कुछ महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट निम्नलिखित हैं:

शेयर / शेयरधारक

“शेयर” कंपनी के स्टॉक का सबसे छोटा भाग होता है।  तकनीकी [ technical ] रूप से, शेयर स्टॉक की यूनिट होती हैं। जिन लोगों के पास शेयर्स होते हैं उन्हें शेयरधारक कहा जाता है।

उदाहरण के लिए:

यदि किसी कंपनी के पास 1,000 शेयर हैं और उनमें से आपके पास 100 शेयर हैं, तो इसका मतलब है की आपके पास कंपनी का 10% मालिकाना हक है।

इस स्थिति में आपको कंपनी के मुनाफे का 10% हिस्सा मिलेगा। 

एक कंपनी को शेयर बेचने की जरूरत क्यों होती है?

एक कंपनी को नए प्रोजेक्ट या अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। एक कंपनी फंडिंग दो तरह से प्राप्त कर सकती है:

बैंक/NFBC (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) से ऋण  लेकर

एक कंपनी कुछ कोलेटरल (ऋण चुकाने की गारंटी)) के बदले में बैंक या NFBC से ऋण प्राप्त कर सकती है।

इसमें, कंपनी को एक निश्चित समय के बाद कुछ ब्याज के साथ ऋण चुकाना होता है।

कंपनी के शेयर बेच कर

यहां, एक कंपनी फंडिंग प्राप्त करने के लिए अपने शेयर निवेशकों को बेच सकती है।

ऐसे में कंपनी अपना मुनाफ़ा निवेशकों के साथ बांटती है।

 

iii. शेयर की लिस्टिंग

एक कंपनी को जनता को अपने शेयर पेश करने के लिए “इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग” (IPO) जारी करना पड़ता है।  एक आईपीओ एक कंपनी को सार्वजनिक निवेशकों (पब्लिक इंवेस्टर) से पूंजी जुटाने की अनुमति देता है।

उदाहरण के लिए, धीरूभाई अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संस्थापक) ने धन इकट्ठा करने के लिए अपनी कंपनी का IPO जारी किया। रिलायंस ने पिछले 40 सालों में निवेशकों को 40% का सालाना रिटर्न (फायदा) दिया है।

IPO जारी करने के लिए किसी कंपनी को SEBI (सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) से अनुमति लेनी होती है।  यह 1992 में स्थापित एक गवर्नमेंट रेगुलेटरी बॉडी है।

SEBI सुनिश्चित करता है कि कोई कंपनी अपने बारे में सभी ज़रूरी जानकारी दे, जैसे कि कंपनी के अकाउंट्स, लाभ और हानि, कानूनी मामलों आदि के बारे में जानकारी।

SEBI का मुख्य कार्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना, और शेयर बाजार को बढ़ावा देना और विनियमित करना है।

शेयर बाजार

 

स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी जगह है जहां पब्लिकली लिस्टेड कंपनियों के शेयर बेचे और खरीदे जा सकते हैं।

NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) भारत के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं।

एक स्टॉक एक्सचेंज शेयर के निष्पक्ष व्यापार को सुनिश्चित करता है।

NSE और BSE में आमतौर पर ट्रेडिंग सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 09:15 बजे से दोपहर 03:30 बजे के बीच होती है।

 

2. शेयर में निवेश करके पैसे कैसे कमाए?-

एक निवेशक कम कीमत पर शेयर खरीदकर और उन्हें ज्यादा कीमत पर बेचकर पैसा/लाभ कमा सकता है।

शेयर बाजार में दो तरह के लोग निवेश करते हैं:

निवेशक (इन्वेस्टर)-

ये लंबे समय के लिए निवेश करते हैं। ये शेयर खरीदते हैं और फायदे के लिए लंबे समय तक इंतजार करते हैं।

ट्रेडर्स-

ये कम समय के लिए निवेश करते हैं और इनका ध्यान कम समय में ही पैसा कमाने पर होता है।

शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट (Dmat) अकाउंट खोलना पड़ता है, और साथ में ही शेयर बाजार में निवेश करने के लिए एक स्टॉकब्रोकर चुनना पड़ता है। भारत में कई स्टॉकब्रोकर्स हैं जैसे कि:

एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking)

अपस्टॉक्स (Upstox)

जीरोधा (Zerodha)

ग्रो (Groww)

ये स्टॉकब्रोकर्स आपको NSE और BSE में शेयर का व्यापार करने में मदद करते हैं। शेयर बाजार में शेयर के अलावा म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, और फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट्स (डेरिवेटिव) का भी कारोबार होता है।

 

3. निवेश करते समय ध्यान रखने योग्य बातें-

 

किसी कंपनी में निवेश करते समय, एक निवेशक को निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:

 

कंपनी की ग्रोथ (विकास)

कंपनी के सेल्स में वृद्धि

कंपनी पर कर्ज

कंपनी का मुनाफ़ा

कंपनी के मुनाफ़े में वृद्धि

कंपनी के प्रतिद्वंदी

पिछले 2-3 सालों में कंपनी का प्रदर्शन

कंपनी के स्टॉक का मूल्य

कंपनी में कैश फ्लो

कंपनी से जुड़े कानूनी मामले

कॉर्पोरेट गवर्नेंस रिपोर्ट

ऑडिट रिपोर्ट

 

4. “स्टॉक मार्केट – टेक्निकल एनालिसिस” [ TECHNICAL ANALYSIS ] कोर्स के विषय-

 

इस कोर्स में निम्नलिखित विषयों को शामिल किया गया है:

 

टेक्निकल [ TECHNICAL ANALUSIS ] और फंडामेंटल एनालिसिस [ FUNDAMENTAL ANALYSIS ]-

ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट

आय के प्रकार

चार्ट के प्रकार

इंडिकेटर

पैसे कमाने के तरीके

यह कोर्स आपको share market में investing और trading के ज़रिए पैसा कमाने में मदद करेगा।

 

Blog से निकलने वाले परिणाम-

 

शेयर बाजार में इस्तेमाल होने वाले बेसिक कॉन्सेप्ट को जानें

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट एकाउंट खोलें और एक स्टॉक ब्रोकर चुनें

किसी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले उसका प्रदर्शन जांच लें

 

           दोस्तों हम आप लोगों के लिए  SHARE MARKET , TECHNICLE ANALYSIS , MUTUAL FUND ,स्वयं की ग्रोथ एवं अपना व्यापार कैसे बड़ा करना है, सब जानकारी के लिए जो मूल मंत्र अति आवश्यक होते हैं वह लाते रहते हैं कृपया हमारी लेख को  लाइक एवं कमेंट करना ना भूलें औरदोस्तों को भी शेयर करें जिससे आपकी वैल्यू बढ़े , शेयर अवश्य करें धन्यवाद

       

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